वर्तमान हालत मे कुछ निर्णय पर चितंन मंथन की जरूरत है जो कृषको को असुविधा से बचा सकते है
- सतपुड़ा समीक्षा समाचार पत्र
हरदा। जिलाध्यक्ष डीएस चौहान पत्रकार ने प्रदेश के चौथी बार मुखिया की भूमिका में सेवा दे रहे, मनानीय शिवराजसिंह चौहान मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शासन को ईमेल के माध्यम से भूमि पुत्रो के लिए वर्तमान हालत मे कुछ निर्णय पर चितंन मंथन की जरूरत है जो कृषको को असुविधा से बचा सकते है*
मध्यप्रदेश मे अधिकाशं जगह गेहू फसल कटाई के बाद खले मे आ गयी है, मौसम बिगड रहा है,
रखरखाव के लिए तिरपाल, बोरी,वरदान, सुतली की आवश्यकता होती है, बाजार लॉक डाउन के चलते उपलब्ध नही हो पा रहे है। आपका ध्यान अवगत कराया जाता है ,कि कृषको को हर सोसायटी वरदान व सुतली उपलब्ध करा दे।
कृषक बोरी भरकर ओर सिलाई कर सीधे केन्द्र पर ले जाएगा
*लेकिन फिर समस्या आएगी वजन कम ज्यादा तो इकट्ठा वजन टोटल हो जाएगा, वेयरहाउस भी वजन से परिवहन करता है*
किसान भी वरदान पर नीले स्याही से प्रत्येक बोरी पर पंजीयन नंबर लिख देगा, *जिससे अमानक होने पर कृषक ही जिम्मेदार होगा, किसान इसका एक घोषणापत्र भरकर देगा* ,खरीदी केन्द्र,जांच हेतु, उचित लगे तो उसी समय प्रेत्यक बोरी को बुम्मा से सेम्पल भी ले सकता है , यदि ऐसी पहल, व्यवस्था निर्धारित आपके माध्यम से प्रदेश में होती है तो खरीदी केन्द्र पर हम्माली, फुटकर, तुलाई, भरना, बोरी सीना, किसानों के वाहनों की लंबी लाईन, विवाद , समस्या आदि से निजात मिल जाएगी ओर केन्द्र पर भीड भी नही होगी।
खास बात है कि जब बोरी कृषक कम्प्लीट करके लाएगा तो कम होने, केंद्र पर कर लिया जैसे विवादों से निजात मिलेगी तथा परिवहन तत्काल हो जाएगा
समय पर माल वेयरहाउस पहुंच जाएगा ।
आपको ये विचार आम कृषक, की मंशा के आधार पर ही भेजे जा रहे है ।
आशा है कि वर्तमान समय कोरोना वायरस से सावधानी का है, जिसमे भीड कम होगी ओर माल समय पर परिवहन होगा
*जनहित को ध्यान रखते ये सुझाव आपकी ओर प्रेषित कर रहे है आशा है कि आप इस पर आवश्यक चितंन मंथन करेंगे*
*ये अस्धायी व्यवस्था से काफी कृषक लाभांवित भी होगे ओर उनकी समस्या भी हल होगी*
साथ ही मौसम से किसान व खरीदी केन्द्र अनाज की बर्बादी पर अंकुश लगेगा
*ङी एस चौहान पत्रकार जिलाध्यक्ष, हरदा , जिला हरदा, मध्यप्रदेश 9826293018
नोट इस कायॅ से ग्रामीण मजदूर को भी गांव मे काम मिल जाएगा ।जनहित मे जनता सहकारी से जुडे लोगो के विचार है
*कोरोना का सिर्फ एक उपाय,सावधानी*