हरदा में मजबूरी के चलते हो रहा

सर्वे में लोगो का नाम कटने के डर से दे रहे अधूरी जानकारी । 


हरदा जिले मे बी पी एल का सवॅ काम चल रहा है नगरपालिका के कमॅचारी आंगनबाड़ी केे कार्यकर्ता को जबाबदारी सौपी गयी है लेकिन सवॅ मे कई पहलू का अनदेखा करना कमॅचरियो की मजबूरी सबित हो रही है


क्योंकि हरदा मे राजनीतिक दलालो के चलते शौचालय प्रधानमंत्री आवास योजना भष्टाचार की बलि चढ गयी परिषद का नाली या सडक निर्माण हो दलालो के चक्कर मे गुणवत्ता पूवॅक नही होता ओर इनके कारण ही घाटिया सडक व गुणवत्ता हीन नालियो का भुगतान हो गया हरदा मुख्यालय पर ही दलालो का बोलबाला है जिसके चलते हजारो अपात्रो को बगैर दस्तावेज के प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि दे दी गयी ओर नगरपालिका अधिकारी बदलने के बाद भी ये सिलसिला चालू है जिसकी शिकायत हुई मगर जाचं ठंडे मे पडी लेकिन अपात्रो को सरंक्षण जारी है ।


हरदा नगरपालिका के कमॅचरियो को भी इन दलालो के इशारे पर सवॅ करना पड रहा है कमॅचरियो ने नाम न बताने की शॅत पर बताया कि सिफॅ मकान की फोटो परिवार के आधार काडॅ के अलावा सही धंधा नही बताते मोटरसाइकिल व अन्य वाहन व परिवार के नाम खरीदी संपत्ति की  सही जानकारी नही देते है ज्यादा पूछो तो राजनीति दलाल आगे आ जाते है जिले मे बी पी एल मे अपात्रो लोगो की संख्या ज्यादा है जो योजना मे नही आते है लेकिन सरकार की योजना का फायदा लेने मे भी पीछे नही है राजनीतिक दलाल को इनके साथ  इसलिए देते है कि भीड लाने मे ये ही साथ देते है जबकि यह सवॅ राजस्व टीम व खाद्य विभाग के मागॅ दशॅन मे होना चाहिए था


लेकिन नगर परिषद के कमॅचारी कर रहे है जो बेचारे दबाव मे होकर कायॅ कर रहे है राजनीतिक दलाल का नाम नही ले सकते ओर न ही उनकी शिकायत कर सकते है कमॅचरियो की मजबूरी को समझना भी जरूरी है ।


मनानीय जिलाधिकारी महोदय को अगर निष्पक्ष जांच करना है तो खाद्य विभाग राजस्व विभाग सहकारिता विभाग के कमॅचरियो से फिर जाचं अनिवार्य है क्योंकि सवॅ टीम बारबार पूछने के बाद भी लोगो ने सही जानकारी नही दी क्योंकि उनको मालूम है कि सही जानकारी मे उनका नाम कटना तय है अब जिला प्रशासन ही इस सवॅ के लिए कदम उठाए 
ङी एस चौहान पत्रकार जिलाध्यक्ष हरदा