चना बोने वाले कृषक यूरिया ले जाकर बेच रहे है
पटवारी की गोदावरी के हिसाब से हो वितरण
मनानीय प्रमुख सचिव महोदय भोपाल
हरदा। जिले सहित पूरे प्रदेश मे गेहू की फसल को ही यूरिया खाद की जरूरत रहती है चने की फसल मे यूरिया का उपयोग नही होता है जबकि ऋण पुस्तिका के आधार पर यूरिया दिया जा रहा है जो गलत है पटवारी के माध्यम से गोदावरी की जरूरत है उस पर ध्यान नही दिया जा रहा है चने का रकवा ओर मूगं के रकबे मे यूरिया का उपयोग नही होता है हरदा ओर होशंगाबाद जिले मे तीस प्रतिशत चना बोया जा रहा है लेकिन ऋण पुस्तिका के आधार पर समिति थोक मे यूरिया ले लेती है जिसकी जांच होना चाहिए यूरिया एक एकड मे करीबन दो बोरी लगता है जिले के पटवारी गिरदावरी का आकंडा दे सकते है कि वाकई खाद की जरूरत किसको है या नही।
पूरे प्रदेश मे यूरिया की कालाबाजारी प्रशासन की लापरवाही है कृषि विभाग को भी जानकारी है कि किस क्षेत्र मे चना बोया है ओर वहा का यूरिया कहा जा रहा है थोक मे यूरिया की कालाबाजारी लापरवाही ओर मिलीभगत का परिणाम है जिस पर चितंन मंथन की जरूरत है ।
ङी एस चौहान पत्रकार जिलाध्यक्ष हरदा 9826293018
प्रायवेट डीलर पर स्थानीय कृषि विभाग के अधिकारी राजनीतिक दलालो के कारण सही कारवाई भी नही कर पाते है